
जयपुर में सृजन साधना अभियान की कार्यकर्ता गोष्ठी सम्पन्न
सृजन साधना अभियान के अंतर्गत जयपुर शहर में कार्यकर्ताओं की एक प्रेरक एवं दिशा-निर्धारक गोष्ठी का आयोजन हुआ। यह गोष्ठी प्रज्ञा अभियान राजस्थान संस्करण के प्रथम अंक की सफलता के उत्साह के साथ आयोजित की गई, जिसमें आगामी कार्यक्रमों और रचनात्मक पहलों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
गोष्ठी की शुरुआत प्रथम अंक की समीक्षा के साथ हुई। सभी कार्यकर्ताओं ने इस साहित्यिक पहल को जन-जन तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके साथ ही, भावी योजनाओं की रूपरेखा पर भी गहन चर्चा हुई।
गोष्ठी में लिए गए प्रमुख निर्णय इस प्रकार रहे:
साधना अभियान संकल्प समारोह का आयोजन 3 अगस्त 2025 को किया जाएगा, जिसमें समस्त कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
जयपुर में प्रस्तावित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व सवा लाख पुस्तकों पर मंत्र लेखन का महाअभियान प्रारंभ किया जाएगा। यह कार्य सामूहिक साधना एवं जनसहभागिता का एक अनुपम उदाहरण होगा।
2 मई को श्रद्धेय चिन्मय भैया द्वारा दिए गए उद्बोधन के आलोक में, राजस्थान प्रान्त ने आगामी कार्यक्रमों के लिए ‘कन्या कौशल’ को विशेष थीम के रूप में चयनित किया है। इसके अंतर्गत बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु विविध योजनाएं प्रारंभ की जाएंगी।
प्रत्येक कार्यकर्ता के घर ‘प्रज्ञा अभियान’ पत्रिका अनिवार्य रूप से पहुँचाई जाए, ताकि हर घर से एक विचार क्रांति का दीप प्रज्वलित हो सके।
सृजन साधना अभियान के अंतर्गत रचनात्मक लेखन, युवाओं से संवाद, एवं नवाचार को विशेष प्रोत्साहन देने हेतु स्थानीय स्तर पर साहित्य गोष्ठियाँ, संवाद सत्र एवं अभ्यास कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
यह गोष्ठी न केवल दिशा निर्धारण का मंच बनी, अपितु कार्यकर्ताओं में नवचेतना, नवसंकल्प और नवसृजन का संचार भी करती रही।
परम् पूज्य गुरुदेव के दिव्य संकल्पों को पूर्ण करने की दिशा में राजस्थान प्रान्त संगठित, समर्पित एवं सक्रिय रूप से अग्रसर है।