
मेलबर्न नगर के प्रमुख प्रबुद्ध जनों के मध्य अविस्मरणीय सेमिनार एवं दीपमहायज्ञ वीस्टेज इनडोर स्टेडियम में सम्पन्न
ऋषि संस्कृति, भारतीय संस्कृति, देव संस्कृति के वैश्विक संवाहक आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी की गरिमामई उपस्थिति में “जीवन अभिशाप या वरदान” विषय पर विशेष सेमिनार एवं दीपमहायज्ञ का आयोजन मेलबर्न के प्रबुद्ध वर्ग हेतु किया गया । मेलबर्न के दूर सुदूर क्षेत्रों से इस आयोजन के साक्षी बनने हेतु अनेकानेक प्रबुद्धजन पधारे। इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, जनसेवक, सामाजिक संगठनों से जुड़े अनेकों जनों के लिए यह एक अद्भुत, अलौकिक और जीवन को बदल देने वाला अनुभव रहा । गणमान्य अतिथियों के रूप में श्री तेज कृष्ण जी, हेड ऑफ चेंसरी, इंडियन कॉन्सुलेट ऑफ ऑस्ट्रेलिया, सुश्री गीता स्टीफेंस जी, सेक्रेट्री और बेलारट इंडियन एसोशिएशन, श्री कुलवंत जोशी, प्रेसिडेंट, श्री दुर्गा मंदिर टेंपल संग अनेकानेक अतिविशिष्ट अतिथि आयोजन में उपस्थित रहे।
आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी की प्राणवान वाणी में जीवन से जुड़े प्रत्येक आयाम पर प्राप्त मार्गदर्शन से सभी अभिभूत थे । प्रसन्नता से भरे चेहरे और मन में आत्मसंतोष लिए अनेकानेक परिजनों ने अखिल विश्व गायत्री परिवार से जुड़ने, इसकी गतिविधियों को जानने एवं शांतिकुंज पधारने की इच्छा व्यक्त की।
आयोजन के क्रम में पधारे विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का सम्मान किया। आयोजन से जुड़े सभी स्वयंसेवकों एवं गणमान्य अतिथियों का भी सम्मान किया गया। मेलबर्न का यह आयोजन सभी के सम्मिलित पुरुषार्थ से अत्यंत सफल रहा।